Tuesday 18 April 2023

Meera to nahi hoon

मेरी प्रीत तू न जाने
जो बोया तेरी और
जैसे डूबे काश्तिया कभी
तूफानों के मोड़
कान्हा तू तो ले चली री
जीवन मेरा ओढ़
कश्ती मेरी तो डगमगाई
चलकर तेरी ओर 
जो तो पूछे क्या ही हूं मैं
तेरे मन में जो हो
क्या ही हूं मैं कान्हा मेरी
बस हूं मैं तेरा चोर

No comments:

Post a Comment