खुदसे तो छुपा लेता हूं,
पर तुमसे कैसे छुपाऊं
ये दर्द दे रही भी तो तुम हो
तुम मुझे खुद्से ज्यादा जानती हो
मैं तो तुम ही बनकर जो रह गया हूं
होता है, होता है, छोड़ ना, जाने दे
शायद मैं खुदको ढूंढ रहा हूं
जो तुम्हे चाहता है बेसबर, बेबाक
पर जब मैं तुम बन चुका हूं तो
तुम भी मैं बन गयी होंगी ना
मैं तो खुदको ही ढूंढ रहा हूं
होता है, होता है, छोड़ ना, जाने दे
जाने दे, बातों का, वादों का
जब जो भी होना था,
तुझको भी खोना था,
खो दिया जाने दे,
और तुम मुझसी हो गई,
मैं तुमसा हो गया,
इंसान जो वाजिब था,
खो गया जाने दे,
मैं तो खुदको ही ढूंढ रहा हूं
होता है, होता है, छोड़ ना, जाने दे,।।
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